चन्द्रपुर की राजकुमारी मयणल्ल चालुक्य नरेश कर्ण की वीरता पर मुग्ध थी। राजा कर्ण वीर होने के साथ-साथ अत्यन्त सुन्दर…
वाकपुष्टा काश्मीर के प्रतापी राजा तुजीन की रानी थी। राजा तुजीन ने प्रजा के हित में बहुत से कार्य किये…
चारुमती किशनगढ़ के राजा रूपसिंह की पुत्री थी। रूपसिंह की मृत्यु के उपरान्त उसका पुत्र मानसिंह उसका उत्तराधिकारी हुआ। चारुमती…
नीलदेवी नूरपुर (पंजाब) के राजा सूरजदेव की रानी, संगीत और नृत्य विद्या में पारंगत थी। अब्दुलशरीफ खां नामक आक्रान्ता ने…
जैसलमेर के महारावल हरराज की पुत्री चाँपादे को अपने पिता से ही काव्य-सृजन की प्रेरणा मिली। महारावल हरराज स्वयं पिंगल…
मेवाड़ के महाराणा समरसिंह की प्रथम रानी पृथा अपने पति के साथ सती हो गयी। दूसरी रानी कर्मदेवी (करुणावती) थी…
राजा कुशध्वज की तपस्या से प्रसन्न हो स्वयं साक्षात् महालक्ष्मी ने पुत्री रूप में प्रकट होने का वरदान दिया। महारानी…
गुजरात प्रान्त में काकरेची प्रदेश के अन्तर्गत दियोधर नाम का गाँव है। अगराजी बाघेला दियोधर के ठाकुर थे और काकरेची…
मुल्तान की राजकुमारी रूपसुंदरी गुजरात के राजा जयशिखर की रानी थी। रूपसुंदरी का सौन्दर्य अप्रतिम था, फिर भी उसे अभिमान…
ताराबाई भौंसले छत्रपति शिवाजी की पुत्र-वधू थी। यह वीरांगना राजाराम की पत्नी थी। शिवाजी के द्वितीय पुत्र राजाराम की यह…